फूलगोभी की खेती कर हरियाणा के किसान ने दो महीने में कमाए हजारों रुपए, जानें इसके उत्पादन का तरीका

करनाल | हिंदुस्तान की पहचान एक कृषि प्रधान देश के रूप में होती है और यहां की ज्यादातर आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि पर ही निर्भर करती है. हालांकि, आधुनिकीकरण के इस युग में परम्परागत खेती किसानों के लिए उतनी अधिक फायदेमंद नहीं रही है तो ऐसे में किसानों का रूख बागवानी खेती की तरफ बढ़ रहा है. ऐसे में किसान रबी और खरीफ फसलों के साथ मौसमी फल और सब्जियों की खेती कर अतिरिक्त आमदनी कमा रहे हैं. ऐसी ही एक सब्जी फूल गोभी की है जिसका प्रयोग न केवल सब्जी बनाने बल्कि अलग- अलग स्वादिष्ट व्यंजन जैसे सूप,अचार और पकौड़ा आदि बनाने में किया जाता है.

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यहां हम एक हरियाणा के ऐसे ही किसान का जिक्र कर रहे हैं जो एक एकड़ जमीन पर हाईब्रिड फूल गोभी लगाकर लाखों रुपए कमा रहा है. करनाल जिले के गांव गुलारपुर के किसान विनोद कुमार ने बताया कि उसने 6×9 इंच की दूरी पर फूल गोभी लगाया है. लगभग 70 दिनों में उनकी फसल पककर तैयार हो गई है और उन्होंने इसे 8 से 10 बार दो- दो दिनों के अंतराल पर काटकर बाजार में बेचा है.

विनोद ने बताया कि परंपरागत तरीके से इन्हें पन्नियों में एक के ऊपर एक रखकर लगभग 28 से 30 फूल को जमा कर पैक करते है,​ जिसका वजन 30 से 32 किलोग्राम रहता है. इस तरह एक बार में लगभग 28 से 30 पन्नी को 210 रुपए प्रति पन्नी बेच कर 6,300 रुपए कमाते हैं. इस प्रकार इस साल फूलगोभी की फसल लगा कर 6,600 किलो उत्पादन मिला और इससे उन्हें 68,870 रुपये की कमाई हुई​.

ऐसे करें फूल गोभी की फसल का उत्पादन

किसान विनोद कुमार ने बताया कि फूल गोभी की रोपाई के समय पौधे के बीच की दूरी पर विशेष ध्यान रखें. मेड बनाकर पौधे लगाने से ग्रोथ जल्दी मिलती है और इससे अच्छा फल तैयार होता है. फसल में खरपतवार नियंत्रक कीटनाशक दवा का छिड़काव करें और समय- समय पर फसल की सिंचाई करें.

इसके लिए 70-80 सेमी की दूरी पर पंक्तियां बनाने की जरुरत होती है. पंक्तियों में 20-40 सेमी की दूरी जरुरी है. इसके बाद 0.5-1.5 सेमी की गहराई वाले हर गड्ढे में 3-4 बीज बोकर उन्हें मिट्टी से ढक दें. बीज बोने के तुरंत बाद आप सिंचाई कर सकते हैं.

शाम को करें कटाई

किसान विनोद कुमार ने बताया कि रोपाई के लगभग 70 दिनों बाद फसल पककर तैयार हो जाती है. हालांकि, फसल का समय मुख्य रूप से उनकी किस्म, साथ ही साथ उनकी पर्यावरणीय परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है. किस्म के आधार पर फूलगोभी का फूल उपयुक्त आकार का होने के बाद हम फूलगोभी की कटाई कर सकतें हैं.

कटाई शाम के समय करें और इसके लिए कैंची या चाकू का इस्तेमाल कर सकते हैं. दिन में कटाई करने से फूल जल जाता है और इसकी पत्तियां मुरझा जाती है. कटाई में देरी न करें क्योंकि देरी होने पर उत्पादन प्रभावित होता है और फूल ढीला व पीला होने का खतरा बढ़ जाता है.

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