महंगाई की मार: सब्जियों के साथ दाल- चावल ने भी दिखाए तेवर, अब टमाटर पहुंचा 260 पार

नई दिल्ली | देश में लगातार बढ़ती महंगाई ने हाल ही में कुछ महीनों से महिलाओं की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है और पुरुषों की जेब ढीली कर दी है. सरकारी अनुमानों के मुताबिक, 1 साल में दाल चावल और आटा 30% तक महंगा हो गया है. इस बीच देश में कुछ जगहों पर टमाटर ₹260 के पार तक भी पहुंच गए हैं. हालांकि कुछ घंटों के लिए आलू के दाम अभी कम है लेकिन, अगले महीनों से प्याज के दाम भी बढ़ने शुरू हो सकते हैं, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. संसद में एक सवाल के जवाब में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बताया है कि आलू को छोड़कर ज्यादातर खाने पीने की चीजें अब महंगाई का असर दिखाने लगी है.

Mehngai

कौन- कौन सी सब्जी हो रही महंगी?

वैसे तो बाजार में रखी हर सब्जी दिन- रात महंगाई को छू रही है, लेकिन टमाटर कुछ ज्यादा ही अपने पैर पसार रहा है. महंगी होने वाली सब्जियों व दालों में अरहर- मूंग दाल, चावल, चीनी, दूध, मूंगफली तेल और आटा, टमाटर, भिंडी, लोकी, गोबी व अन्य दालें तथा सब्जियां शामिल हैं. पिछले 1 साल में आलू 12 फीसदी सस्ता हुआ है लेकिन प्याज 5 फीसदी महंगा हो गया है. किचन का बजट बिगाड़ने में टमाटर के बाद अरहर दाल की सबसे बड़ी भूमिका है. 1 साल में 31 जुलाई तक यह 30 फीसदी महंगाई हो गई है.

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का मुनाफा 36% बढ़कर 455 करोड़ रुपए पहुंचा

बता दें कि अप्रैल- जून तिमाही में बिस्कुट और केक बेचने वाली खाद्य उत्पाद कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का मुनाफा 35.65% बढ़कर 455.45 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 335.74 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था.

अरहर के उत्पादन में गिरावट का असर

मंत्रालय ने कहा है कि अरहर दाल की कीमत में वृद्धि का मुख्य कारण घरेलू उत्पादन घटना है. पिछले साल 42.2 लाख टन अरहर का उत्पादन हुआ था. इस साल इसके घटकर 34.3 लाख टन रहने का अनुमान है. कई टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में सफेद मक्खी के प्रकोप और बारिश के कारण फसल की पैदावार कम हुई और आपूर्ति भी बाधित हुई.

अगले महीने दोगुनी हो सकती हैं प्याज की कीमतें

क्रिसिल के मुताबिक, सप्लाई कम होने से सितंबर की शुरुआत तक प्याज 60- 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है. अब यह 15- 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. क्रिसिल का कहना है कि महाराष्ट्र जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में रबी की फसल फरवरी में जल्दी पक जाती है. मार्च में इन इलाकों में बेमौसम बारिश के कारण शेल्फ लाइफ 6 महीने से घटकर 4- 5 महीने रह गई है.

क्यों बढ़ती है महंगाई?

बाजार में महंगाई बढ़ना या घटना प्रोडक्ट की मांग व सप्लाई पर निर्भर करता है. किसी प्रोडक्ट की बाजार में ज्यादा मांग है और सप्लाई कम है तो उसके दाम अचानक बढ़ जाते हैं जबकि अगर किसी प्रोडक्ट की बाजार में कम मांग है और सप्लाई ज्यादा है तो उसके दाम अपने आप गिर जाते हैं.

टमाटर के दाम बढ़ने के कारण?

टमाटर के दाम बढ़ने का मुख्य कारण इस बार उत्पादन कम होना तथा बारिश की वजह से फसल खराब हो जाना है. इस बार साउथ में बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई थी जिसकी वजह से टमाटर की सप्लाई बाजार में सही से नहीं हो पा रही है. इसके चलते टमाटर के लगातार दाम बढ़ रहे हैं. टमाटर के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ रहा है.

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