रोहतक में SC समुदाय के उम्मीदवार को विजेता घोषित करने पर मचा बवाल, डीसी यशपाल से मिलेंगे प्रत्याशी बलराम

रोहतक | हरियाणा के रोहतक जिले के रिठाल फोगाट गांव में उस समय बवाल हो गया जब चुनाव अधिकारी ने SC समुदाय के उम्मीदवार काम सिंह को 51 मतों से विजेता घोषित कर दिया. दूसरे नंबर के प्रत्याशी बलराम सिंह दोबारा मतगणना की मांग पर अड़े रहे. चुनाव अधिकारियों को स्कूल छोड़ने से रोका. सूचना पाकर डॉ. रवींद्र, डीएसपी यशपाल खटाना व एक्सईएन रोहित कुमार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देकर शांत कराया. अंत में बलराम सिंह और उनके समर्थकों ने डीसी से मिलने का फैसला किया. रोहतक प्रखंड के रिठाल फोागट गांव की आबादी 6,201 है. जिसमें अनुसूचित जाति समुदाय की आबादी 1,044 और बीसी समुदाय की 1,807 है.

Rithal Phogat Sarpanch

पंचायत चुनाव में आठ उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे. इसमें सात प्रत्याशी अनिल कुमार, आनंद प्रकाश, उम्मेद सिंह, बिट्टू, बलराम, रामकुमार और सतबीर सामान्य समुदाय से हैं जबकि काम सिंह एससी समुदाय से हैं. चुनाव में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ. शाम छह बजे के बाद हुई मतगणना में काम सिंह को सबसे ज्यादा 885 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे बलराम को 854 वोट मिले. चुनाव प्राधिकरण ने काम सिंह को 51 मतों के अंतर से विजेता घोषित किया.

ग्रामीणों ने रोका मतगणना दल

चुनाव परिणाम घोषित होते ही विवाद खड़ा हो गया. दूसरे स्थान के उम्मीदवार बलराम और अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मरे हुए लोगों ने भी काम सिंह के पक्ष में गलत तरीके से वोट डाला था इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. साथ ही, चुनाव परिणाम घोषित नहीं होने चाहिए. मतगणना दल को स्कूल से बाहर नहीं आने दिया गया. सूचना मिलने के बाद डीएसपी मुख्यालय डॉ. रवींद्र व यशपाल खटाना मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों को समझाया व शांत किया. इसके बाद चुनाव दल और अधिकारी रोहतक लौट गए.

डीसी यशपाल से मिलेंगे प्रत्याशी बलराम

दूसरे स्थान के प्रत्याशी बलराम सिंह ने कहा कि चुनाव अधिकारी ने काम सिंह को 51 मतों से विजेता घोषित किया है जबकि काम सिंह के पक्ष में गलत तरीके से वोट डाले गए हैं. कई ऐसे लोगों के वोट भी पड़े हैं, जिनकी मौत हो चुकी है. चुनाव परिणाम घोषित करने से पहले जांच होनी चाहिए. वह डीसी यशपाल से मिलेंगे.

डीएसपी ने कही ये बात

डीएसपी रवींद्र ने कहा कि काम सिंह को विजेता घोषित किया गया है. दूसरे स्थान के उम्मीदवार ने कहा कि वोट गलत तरीके से डाले गए थे. चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद इस तरह के आरोप का कोई औचित्य नहीं है. चुनाव एजेंट को मतदान के समय ही आपत्ति दर्ज करानी चाहिए थी.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!