पलवल- सोनीपत रेल ट्रैक पर पुल निर्माण होगा शुरू, साल के अंत तक पूरा होगा काम

सोनीपत | हरियाणा में HRIDC द्वारा पलवल- सोनीपत रेल ट्रैक पुलों का ठेका देने की कवायद जारी है. निगम के मुताबिक, ये दो सुरंग पूरी परियोजना की सबसे जटिल इंजीनियरिंग चुनौतियां है और जब यह बन जाएगी तो पूरा नेटवर्क तैयार हो जाएगा. हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने बुधवार को घोषणा की कि वह नूंह और सोहना में नेटवर्क पर दो वायडक्ट्स के निर्माण का ठेका इस साल के अंत तक देगा.

flyover bridge pul highway

साल के अंत तक होगा कार्य पूरा

इस साल इन दो परियोजनाओं पर काम 2026 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. पलवल से सोनीपत तक 126 किलोमीटर लंबे हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर और कुंडली- मानेसर- पलवल एक्सप्रेस वे का निर्माण जो यात्रियों और माल यातायात के लिए सोहना, मानेसर और खरखौदा ब्रॉड गेज डबल रेलवे लाइन के माध्यम से पलवल को सोनीपत से जोड़ेगा. निगम के मुताबिक, ये दो सुरंग पूरी परियोजना की सबसे जटिल इंजीनियरिंग चुनौतियां हैं और जब यह बन जाएंगे तो पूरा नेटवर्क तैयार हो जाएगा.

एचआरआईडीसी के प्रबंध निदेशक ने दी ये जानकारी

एचआरआईडीसी के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल के मुताबिक, परियोजना पर काम शुरू हो गया है और निगम ने कॉरिडोर के भूमि अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया है. उन्होंने कहा पटौदी के पास जमीनी स्तर कार्य भी शुरू हो गया है और हम 2027 के मध्य तक परियोजना को पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं. दो सुरंग कठिन परियोजनाएं हैं जिन्हें इस साल के अंत तक आवंटित किया जाएगा. अग्रवाल के अनुसार, कॉरिडोर से माल और यात्री यातायात सुगम होगा जिससे पूरे क्षेत्र को बहुत लाभ होगा.

इससे पहले बुधवार को संबंधित विभागों के हितधारकों और अधिकारियों ने परियोजना पर चर्चा करने के लिए नई दिल्ली में हरियाणा भवन में बैठक की. बैठक के दौरान अग्रवाल ने कहा कि नूंह में प्रस्तावित 4.7 किलोमीटर लंबी दोहरी सुरंग और सोहना- नूंह क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लंबी सुरंग पर विस्तृत चर्चा हुई.

एचआरआईडीसी के अनुसार, हरियाणा के सोहना- नूंह क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लंबा 25 मीटर ऊंचा पुल बनाने का प्रस्ताव है जो एक जटिल इंजीनियरिंग कार्य है. एचआरआईडीसी के अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना में शामिल सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने दोहरी सुरंग और वायडक्ट की संरचना, इसके निर्माण, नई तकनीक और संभावित निर्माण चुनौतियों पर चर्चा की.

बैठक के दौरान अग्रवाल ने कहा कि सभी तकनीकी मानकों का निर्धारण करने के बाद हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर नूंह में प्रस्तावित 3.5 किलोमीटर लंबे वायाडक्ट के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी. इस काम के लिए टेंडर की प्रक्रिया दिसंबर 2023 तक पूरी कर ली जाएगी. जिसके बाद, ठेका दिया जाएगा और 2026 के अंत तक काम पूरा कर लिया जाएगा

गृह मंत्री अमित शाह ने रखी थी आधारशिला

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) हरियाणा सरकार और रेल मंत्रालय के बीच एक संयुक्त उद्यम परियोजना है. स्पेशल पर्पज व्हीकल को हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन कहा जाता है, जिसमें हरियाणा सरकार की 51% और रेल मंत्रालय की 49% हिस्सेदारी है.

HORC एक 126 किलोमीटर लंबी रेल लाइन है जो पलवल और सोनीपत को KMP एक्सप्रेस वे के साथ नूंह, सोहना, मानेसर और खरखौदा से जोड़ती है. पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फरीदाबाद में ऑर्बिटल रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी.

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