हरियाणा के कालेजों में 17 जून से एडमिशन होंगे शुरू, नया शेड्यूल जारी; इन बातों का रखे ध्यान

चंडीगढ़ | हरियाणा उच्च शिक्षा विभाग ने विभिन्न कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए और बीसीए जैसी स्नातक कक्षाओं में दाखिले के लिए एक बार फिर नया शेड्यूल जारी किया है. 17 जून से छात्र उच्च शिक्षा विभाग के प्रवेश पोर्टल Admissions.higheredu hry.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे.

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आवेदन की आखिरी तारीख 28 जून

आवेदन की आखिरी तारीख 28 जून है. 17 से 30 जून तक दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन किया जाएगा. मेरिट लिस्ट 5 से 20 जुलाई के बीच जारी की जाएगी, जिसका विवरण प्रवेश पोर्टल पर बाद में दिया जाएगा. 21 जुलाई से कक्षाएं शुरू होंगी. रिक्त सीटों को भरने के लिए 21 जुलाई को फिर से प्रवेश पोर्टल खोल दिया जाएगा और उसी दिन से ओपन काउंसिलिंग भी शुरू हो जाएगी.

आवेदन के लिए सभी छात्रों से 100 रुपये पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा. ओपन काउंसलिंग के लिए भी पहले सप्ताह में 100 रुपये विलंब शुल्क और दूसरे सप्ताह में 100 रुपये प्रति दिन अतिरिक्त विलंब शुल्क लिया जाएगा.

ऑनलाइन जांचे जाएंगे दस्तावेज

प्रवेश मेरिट के आधार पर होगा और बारहवीं के सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों के अंक और निर्धारित वेटेज जोड़कर मेरिट बनेगी. दाखिले में सरकार की आरक्षण नीति का पूरी तरह पालन किया जाएगा. छात्र जिस कॉलेज में पहली पसंद भरेंगे, वहां उनके दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन होगा. छात्रों को सत्यापन के लिए कॉलेज जाने की जरूरत नहीं है.

स्टूडेंट्स को इन बातों का रखना होगा ध्यान

छात्र ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए अपने फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी, मैट्रिक और बारहवीं कक्षा के प्रमाण पत्र की कॉपी, स्कूल से जारी मूल चरित्र प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, अपने पास तैयार आरक्षण का लाभ लेने के लिए उस श्रेणी के आवश्यक प्रमाण पत्र, हरियाणा के सभी छात्रों के लिए फैमिली आईडी कार्ड रखना अनिवार्य है. छात्र अपना ऑनलाइन आवेदन ध्यानपूर्वक भरें.

नई शिक्षा नीति के तहत मिलेगा ये लाभ

नई शिक्षा नीति के तहत केयू से संबंधित कॉलेजों में अब पहले साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद छोड़ने पर सर्टिफिकेट, दूसरे साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद छोड़ने पर डिप्लोमा और तीसरे साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद डिग्री मिलेगी. कोई भी अपनी डिग्री 7 साल में पूरी कर सकता है. जबकि पुरानी शिक्षा नीति में पढ़ाई छूटने पर दोबारा मौका नहीं मिल पाता था.

वहीं, नई शिक्षा नीति में 3 साल के बाद अगर किसी विद्यार्थी के 75 प्रतिशत अंक हैं तो वह चौथे वर्ष में पढ़ाई जारी रखकर ऑनर्स की डिग्री भी हासिल कर सकता है. इसके बाद, विद्यार्थी सीधे रिसर्च में जा सकते हैं. केयू कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि नई शिक्षा नीति को लेकर 16 जून को केयू में सभी संबंधित कॉलेजों के नई शिक्षा नीति के नोडल अधिकारियों समेत वरिष्ठ शिक्षकों की कार्यशाला लगाई जाएगी.

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