HSSC लेगा 9 ग्रुपों की लिखित परीक्षा करवाने की अनुमति, हाईकोर्ट में दायर की जाएगी अर्जी; पढ़े ताज़ा अपडेट

चंडीगढ़ | हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से ग्रुप सी के 32000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है. आयोग की तरफ से 9 ग्रुपों के 11990 पदों के लिए लिखित परीक्षा लेने की मंजूरी के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट (PHHC) के लिए अर्जी तैयार कर ली है. इसके साथ ही कमीशन ने हाईकोर्ट में 19 दिसंबर की सुनवाई जल्द करने की भी गुहार लगाई है. बता दे आयोग की इस अर्जी को अगले हफ्ते दायर किया जाएगा. आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि आयोग को आशा है कि इन 9 ग्रुपों के पेपर लेने और 3 ग्रुपों के लिए स्किल टेस्ट लेने की आज्ञा मिल जाएगी.

HSSC

9 ग्रुपों की लिखित परीक्षा के लिए मांगी जाएगी अनुमति

आयोग की तरफ से अर्जी में दलील दी गई है कि 63 ग्रुपों में से कुछ ग्रुप ऐसे हैं, जिनमें विज्ञापित पदों की संख्या से चार/ पांच गुना से कम उम्मीदवार हैं. ऐसे में आयोग को इन ग्रुपों के लिए आवेदकों का स्किल टेस्ट/ परीक्षा लेने की स्वीकृति प्रदान करनी चाहिए.

अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने कहा कि आयोग चाहता है कि ग्रुप सी के सभी 32000 पदों पर जल्द से जल्द भर्ती पूरी हो. आयोग की ओर से जिन 9 ग्रुपों के पेपर लेने के लिए अनुमति मांगी गई है उनके 11990 पदों के लिए 26066 उम्मीदवार हैं. इन ग्रुपों में स्टॉफ नर्स, जूनियर कोच, एस/ एएलएम/ इलेक्ट्रीशियन, VLDA, फायरमैन ऑपरेटर कम ड्राइवर, MPHW, डिस्पेंसर आयुर्वेदा, औपथामलिक सहायक, ऑपरेटर थिएटर सहायक शामिल है.

3 ग्रुपों के स्किल टेस्ट के लिए भी ली जाएगी मंजूरी

आयोग ने अपनी अर्जी में बताया है कि आयोग की तरफ से ग्रुप नंबर 58, 59 और 60 के लिए सभी CET क्वालिफाइड उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए बुलाए जाने का निर्णय लिया गया है. जो उम्मीदवार स्किल टेस्ट पास करेंगे उन्हें लिखित परीक्षा के लिए आमंत्रित किया जाएगा. ऐसे में आयोग को इसकी अनुमति भी मिलनी चाहिए. इनमें स्टेनोग्राफर दोनों भाषाएँ (हिंदी व इंग्लिश) के 929 पदों के लिए 6100 उम्मीदवार, स्टेनोग्राफर इंग्लिश के 512 पदों के लिए 14661 आवेदक व स्टेनोग्राफर हिंदी के 216 पदों के लिए 6815 उम्मीदवार ही है यानि कि कुल 1657 पदों के लिए 25576 उम्मीदवार उपलब्ध है.

यदि नहीं बुलाए जाते चार गुना उम्मीदवार तो नहीं होता कोई भी कंपटीशन

आयोग ने अर्जी में बताया कि सीईटी के सेक्शन-9 के मुताबिक एक उम्मीदवार ने यदि पदों की अलग-अलग कैटेगरी के लिए एक ही ग्रुप में अप्लाई किया है तो उसे उस ग्रुप में एक ही यूनीक उम्मीदवार माना गया है और ग्रुप के चार गुना उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है. चार गुना आवेदक शॉर्ट लिस्टिंग के बाद यदि किसी कैटेगरी में उम्मीदवारों की संख्या कम थी तो उसी कैटेगरी में मेरिट आधार पर अन्य उम्मीदवारों को समायोजित किया गया है. इस प्रकार ग्रुप में चार गुना उम्मीदवारों की छटनी की गई है.

यदि ग्रुप के चार गुना उम्मीदवारों को नहीं बुलाया जाता तो कई ग्रुपों में कोई कंपीटीशन ही नहीं होता. उदाहरण के लिए यदि एक ग्रुप में चार कैटेगरी में चार पोस्ट हैं तब एक कैटेगरी में 16 उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट करना होता. इन चार कैटेगरी के विरुद्ध वही 16 उम्मीदवार मेरिट में टॉप पर होने की वजह से बार-बार शॉर्ट लिस्ट होते.

इसी की जगह अगर ग्रुप का चार गुना लिया जाता तो 64 उम्मीदवार मेरिट आधार पर शॉर्ट लिस्ट होते और अच्छा कंपीटीशन बनता. ऐसे में अधिसूचना की इंटेशन यह नहीं है कि कोई कंपीटीशन न हो, बल्कि यह है कि एक पद पर चयन करने के लिए अधिक से अधिक मेरिटोरियस कैंडिडेट्स को मौका मिले.

ग्रुप नंबर 56 में 37,657 उम्मीदवार शॉर्ट लिस्ट किए गए जबकि ग्रुप नंबर 57 में 30,704 उम्मीदवार शॉर्ट लिस्ट हुए. इन कुल 68361 उम्मीदवारों में से 27,162 उम्मीदवार कॉमन हैं. इन 27,162 उम्मीदवारों को यूनीक कैंडिडेट कहा जा सकता है. इस प्रकार यूनीक कैंडिडेट्स को छोड़कर 41,199 कैंडिडेट्स दोनों ग्रुपों के एग्जामिनेशन में शामिल हो रहे है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!