हरियाणा की राजनीति में बड़ी सुगबुगाहट, बीरेंद्र सिंह के समर्थकों का केजरीवाल की पार्टी से बढ़ा लगाव

जींद । हरियाणा की राजनीति में बड़ी सुगबुगाहट देखी जा रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह के समर्थकों का आजकल आम आदमी पार्टी के प्रति लगाव कुछ ज्यादा ही बढ़ रहा है. बीरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाले चौधरी छोटूराम विचार मंच की आम आदमी पार्टी से पनप रही नजदीकियों ने सियासी माहौल को गरमा दिया है. हालांकि कुछ लोगों ने इसे दबाब की राजनीति भी बताया है.
वैसे बीरेंद्र सिंह की गिनती प्रदेश की राजनीति में मंझे हुए खिलाड़ी के रूप में होती है.

arvind kejriwal

कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल होते ही केन्द्रीय मंत्री बने. लेकिन बाद में समीकरण ऐसे बने कि उन्हें अपनी राज्यसभा की सीट भी छोड़नी पड़ी और भाजपा शीर्ष नेतृत्व की दौड़-धूप कर भी अपने सांसद बेटे बृजेन्द्र सिंह को केन्द्र सरकार में मंत्री पद नहीं दिलवा सकें. बीरेंद्र सिंह के मुंह से सार्वजनिक मंचों पर कई बार यह बात सामने आ चुकी है कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचना है लेकिन उनकी यह हसरत दिल में ही दबी रह गई.

जींद में हुई किसान रैली को दिया था समर्थन

चार महीने पहले जींद के सेक्टर-9 स्थित हुड्डा ग्राउंड में में हुई अरविंद केजरीवाल की किसान रैली में भी छोटूराम विचार मंच ने स्टेज सांझा किया था. मोदी मंत्रिमंडल में सांसद बृजेन्द्र सिंह को शामिल न करने के पीछे भी यही वजह सामने आ रही है. बीरेंद्र सिंह भले ही इस बात को स्वीकार न करें कि छोटूराम विचार मंच का इस्तेमाल राजनैतिक कार्यों के लिए नहीं हों रहा है लेकिन इस विचार मंच के पदाधिकारियों का केजरीवाल और उनकी पार्टी के प्रति जो प्यार नजर आ रहा है , उसके जरिए लग रहा है कि बीरेंद्र सिंह प्रदेश की राजनीति में नई सियासी बिसात बिछाने की अंदरखाने तैयारियों में जुटे हुए हैं. बीरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाले छोटूराम विचार मंच की आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों में भागीदारी कई राजनीतिक संभावनाएं पैदा कर रही है.

राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता के साथ शेयर किया मंच

शनिवार को जींद में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता का कार्यक्रम था. वहां छोटूराम विचार मंच के करीब पांच दर्जन पदाधिकारियों ने मंच साझा किया. इनमें बीरेंद्र सिंह के सबसे करीबी प्रेम पहलवान, अशोक शयोकदं, शिवनारायण शर्मा और जसबीर कुंडू जैसे चेहरे शामिल थें. मंच पर आप पार्टी ने बीरेंद्र समर्थकों को गर्मजोशी से स्वागत किया तो वहीं छोटूराम विचार मंच के सदस्यों ने भी आप पार्टी को पूरा सहयोग देने का वादा किया.

भाजपा की टिकट पर उचाना हल्के से जीत मुश्किल

किसान आंदोलन को लेकर जो हालात बनें हुए हैं, उससे बीरेंद्र सिंह भी समझ चुके हैं कि बीजेपी की टिकट पर उचाना हल्के से उनका परिवार नही जीत सकता है. दरअसल बीरेंद्र सिंह राजनीति के बड़े मंझे हुए खिलाड़ी हैं और यह बात भी स्पष्ट है कि बीरेंद्र सिंह के इशारों पर ही छोटूराम विचार मंच के सदस्य आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. बीजेपी में भी अब उनका पहले वाला प्रभाव नहीं रहा है.

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