हरियाणा: कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा अंबाला में अनिल विज को देंगी टक्कर, क्यों छोड़ी आप पार्टी?

चंडीगढ़ | हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने 28 दिसंबर को अचानक पार्टी से इस्तीफा दे दिया. चित्रा के साथ उनके पिता और हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने भी आप छोड़ दी. 5 जनवरी को पिता- पुत्री नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. साढ़े 4 साल बाद कांग्रेस में लौटीं चित्रा सरवारा इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ अंबाला कैंट सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं. वह अभी से इसकी तैयारी में जुट गई हैं.

Chitra Sarwara

6 बार चुनाव जीत चुके हैं चुनाव

गौरतलब है कि अंबाला कैंट BJP के वरिष्ठ नेता अनिल विज की पारंपरिक सीट है और वह यहां से 6 बार चुनाव जीत चुके हैं. सुषमा स्वराज के राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद हुए उपचुनाव में वह पहली बार अंबाला कैंट से विधायक बने. 1996 और 2000 में उन्होंने इसी सीट से निर्दलीय जीत हासिल की. विज 2005 में इसी सीट से चुनाव हार गए थे और वह उनकी आखिरी चुनावी हार थी.

पढ़ें चित्रा सरवारा से संक्षिप्त बातचीत…

सवाल:- आपके बाद अशोक तंवर के भी आम आदमी पार्टी छोड़ने की चर्चा है. AAP में क्यों मची है ऐसी भगदड़?

चित्रा:– देखिए किसी भी नेता की जिम्मेदारी अपनी जिम्मेदारी निभाना है. राजनीतिक करियर को देखने के साथ- साथ उन लोगों को भी देखना होता है जो सालों तक उसके साथ चलते हैं. हर लड़ाई में उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहें. शायद अशोक तंवर भी इसी वजह से ये फैसला लेने जा रहे हैं. खैर, शायद अशोक तंवर हमसे पहले ही आम आदमी पार्टी छोड़ने की तैयारी कर चुके थे.

सवाल: आपने आम आदमी पार्टी की जगह कांग्रेस को क्यों चुना?

चित्रा:- देखिए बीजेपी की एक पूरी मशीनरी है जो हमारे देश की संवैधानिक सोच के खिलाफ चलती है. उनकी नीति और नियत ठीक नहीं है. हमने हाल के चुनावों में देखा है कि बीजेपी अपनी विचारधारा के हिसाब से पूरे चुनाव का ध्रुवीकरण करती है. अब आम जनता भी बीजेपी की चालों को समझ चुकी है और एकजुट रहने की जरूरत महसूस करने लगी है.

सवाल:- क्या आप में स्थानीय नेताओं की नहीं सुनी जाती?

चित्रा:मैं ऐसा कुछ नहीं कहूंगी. आम आदमी पार्टी (आप) की अपनी कार्यशैली है जो पारंपरिक राजनीतिक दलों से थोड़ी अलग है. कुछ लोग अपनी संस्कृति को समझते हैं और कुछ नहीं. हर प्रणाली, चाहे वह नई हो या पुरानी, के कुछ सकारात्मक बिंदु और कुछ नकारात्मक बिंदु होते हैं. इसलिए मैं यह नहीं कहूंगी कि कोई विशेष समस्या थी.

सवाल:– क्या आपको और आपके पिता निर्मल सिंह दोनों को कांग्रेस में विधानसभा का टिकट मिलेगा? आपसे यह वादा किसने किया?

चित्रा– ऐसा वादा तो किसी ने नहीं किया. हालाँकि, जिस दिन हम कांग्रेस में शामिल हुए थे, उस दिन पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सिंह और पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि निर्मल सिंह अपने सभी सहयोगियों और अपने क्षेत्र का सम्मान बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे. उस दिन हमें यही आश्वासन दिया गया था.

सवाल: क्या आपको सम्मान के साथ- साथ पद का भी कोई आश्वासन मिला?

चित्रा:- नहीं ऐसी कोई बात नहीं हुई. हालाँकि, जैसे- जैसे कांग्रेस पार्टी का संगठन बन रहा है, मुझे लगता है कि हमारे लिए उपयुक्त जगह जरूर होगी. हम जहां भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे, हमें वह स्थान मिलेगा.

प्रश्न:- क्या आप व्यक्तिगत रूप से अंबाला कैंट से भाजपा के अनिल विज के खिलाफ या अंबाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहेंगे?

चित्रा :- (हँसते हुए) मुझे अंबाला कैंट बहुत पसंद है. चाहे कुछ भी हो, मैं अंबाला कैंट से चुनाव लड़ूंगी, चाहे सामने कोई भी हो.

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