जिस मैदान में हार्दिक ने इंडिया को दिलाई जीत, 4 साल पहले हो चुकी है दर्दनाक घटना

नई दिल्ली | वह मैदान जहां से 4 साल पहले हार्दिक पांड्या स्ट्रेचर पर निकले थे. वहीं उन्होंने अपने करियर की अविस्मरणीय पारी खेली. भले ही उनके बल्ले से 33 रन निकले. लेकिन, भारतीय क्रिकेट प्रशंसक इस 33 रन को कभी नहीं भूल पाएंगे. क्योंकि उनकी इस पारी के जरिए 10 महीने पहले पाकिस्तान से टी20 वर्ल्ड कप में मिली हार का हिसाब चुकता किया गया. अब जब जीत पाकिस्तान के खिलाफ होगी तो खुद पर खुशी और गर्व होना लाजमी है. पंड्या भी कुछ इसी अंदाज में अपना बल्ला आसमान की तरफ उठाकर मैदान से बाहर आ गए.

Hardik Pandya

इस एक पारी ने उन्हें 4 साल पहले की घटना की याद दिला दी, जिससे उनके गेंदबाजी करियर पर सवाल उठ रहे थे. इसी वजह से उन्होंने उस घटना से जुड़ी एक तस्वीर और एक दिन पहले पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी की तस्वीर शेयर कर अपने सटबेक और वापसी दोनों की कहानी सुनाई.

हार्दिक पांड्या ने जो तस्वीर शेयर की है वह पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के दूसरे मैच से जुड़ी है. पहला मैच 2018 का है जबकि दूसरा 2022 का है. एक तस्वीर में वह स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर जाते नजर आ रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में उनका बल्ला आसमान की तरफ उठ रहा है. मानो वह कह रहे हों कि अब वह क्रिकेट की दुनिया पर राज करेंगे. उन्होंने इस तस्वीर को शेयर करने के साथ कैप्शन भी लिखा, कमबैक हमेशा सटबेक से बड़ा होता है.

चोट के बाद पांड्या ने की जबरदस्त वापसी

पांड्या की बात इसलिए भी नजर आ रही है क्योंकि 4 साल पहले यानी 19 सितंबर 2018 को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप का मैच खेला गया था. उसमें भारतीय ऑलराउंडर दर्द से कराहते हुए स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर चले गए. उनकी चोट इतनी गहरी थी कि वह पूरे 5 ओवर भी नहीं कर पाए. वह ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहे थे. इस वजह से उन्हें स्ट्रेचर से बाहर निकालना पड़ा. अब उसी मैदान पर पांड्या ने न सिर्फ बल्लेबाजी से धमाल मचाया, बल्कि 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट भी लिए.

4 साल पहले की घटना याद है मुझे: पांड्या

हार्दिक ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताऊ प्रदर्शन के बाद मुझे वो सारी बातें याद आ रही थीं, जब मुझे स्ट्रेचर पर ड्रेसिंग रूम में ले जाया गया. ऐसी परिस्थितियों से गुजरना और आज का अवसर मिलना आपके लिए एक उपलब्धि जैसा लगता है. हार्दिक ने अपनी सफल वापसी का श्रेय भारतीय टीम के पूर्व फिजियो और वर्तमान में बीसीसीआई के खेल विज्ञान प्रमुख नितिन पटेल और वर्तमान कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को दिया.

मेरी वापसी में दो लोगों का अहम योगदान

उन्होंने कहा, ‘यह सफर बहुत अच्छा रहा है और हमें मेहनत का फायदा मिल रहा है, लेकिन इस दौरान जिस किसी ने भी मुझे फिट बनाने में भूमिका निभाई, उसे कभी श्रेय नहीं मिला. मैं हमेशा उन लोगों को श्रेय देना चाहता हूं जो इसके लायक हैं. मैंने जिस तरह से वापसी की उसके लिए मैं नितिन पटेल और सोहम देसाई को श्रेय दूंगा.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!