हरियाणा: मौसम विभाग ने जारी किया जून महीने का पूर्वानुमान, पारा बढ़ेगा या घटेगा; जानें अपडेट

चंडीगढ़ | मौजूदा समय में हरियाणा का मौसम बिल्कुल बदल चुका है जिससे गर्मी से काफी हद तक राहत मिली है. वहीं, मई में पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरे हरियाणा में देखा गया. इससे बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली. मई के माह माह 10 दिन ऐसे थे जिनमें तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा लेकिन ऐसा 2 दिन ही रहा जब तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच गया.

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गर्मी से मिली काफी हद तक राहत

बता दें कि नारनौल, झज्जर और हिसार में दो दिन में ही पारा 45 डिग्री के आसपास पहुंच गया. इसके अलावा, मई में दो ओले भी पड़े थे जो कम ही देखने को मिले हैं. अगर पिछले साल की बात करें तो मई में तापमान 47 डिग्री के करीब पहुंच गया था लेकिन इस बार तापमान पिछली बार से कम रहा. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, जून में भी पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है लेकिन इनकी संख्या कम होगी और ये हरियाणा को कम प्रभावित करेंगे.

शनिवार सुबह आई आंधी का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिला. मध्य हरियाणा में भी इसका असर रहा. कैथल, रोहतक, चरखी दादरी, रेवाड़ी, नारनौल, सोनीपत, गुरुग्राम और जींद के कुछ हिस्सों में हवा की गति 70 से 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं.

अधिकतम तापमान में 14 डिग्री तक की गिरावट

दिन के तापमान में सामान्य से करीब 12 से 14 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. रात के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है, जहां प्रदेश में तापमान 44 डिग्री के आसपास रहा. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से यह 30 से 32 डिग्री के बीच बना हुआ है. रात के तापमान में भी सात से 10 डिग्री की गिरावट आई है.

पश्चिमी विक्षोभ 29 मई को होगा सक्रिय

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 23 मई की रात से लगातार मौसम में बदलाव बना हुआ है. इस दौरान लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के अधिकांश इलाकों में 24 मई से 27 मई तक तेज हवाओं और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. साथ ही, कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी दर्ज की गई, खासकर दिन के समय अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 12 से 14 डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा और रात के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई.

जून में ऐसा रहेगा मौसम

पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से प्रदेश में 1 जून तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है. इस दौरान 28 व 29 मई को भी अधिकांश क्षेत्रों में आंशिक बादल व गरज व हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है लेकिन 30 मई के दौरान 29 मई की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आने से 1 जून से प्रदेश के उत्तर- पश्चिम और दक्षिण क्षेत्रों में हवाओं और गरज के साथ कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है.

बारिश से नरमा की फसल को होगा फायदा

इस बारिश से नरमा की अगेती और पछेती दोनों फसल को फायदा होगा. देर से फसल में गर्मी के कारण फसल झुलसने लगी थी लेकिन अब बारिश के कारण तापमान में 10 डिग्री की गिरावट आई है. वहीं, अगेती फसल में इस समय पानी देने की जरूरत है लेकिन इस बारिश के कारण पानी नहीं देना पड़ेगा. इसी तरह धान की नर्सरी के लिए खेत तैयार करने के लिए पानी लगाने की जरूरत नहीं होगी.

पिछले तीन महीनों में पश्चिमी विक्षोभों की संख्या

मार्च: 1, 4, 12, 17, 20, 24 और 30 मार्च

अप्रैल: 3, 11, 18, 23, 27, 29

मई: 4, 13, 17, 23, 26 मई और उसके बाद 29 मई

कहां हुई कितनी बारिश

हिसार: 18 मिमी

करनाल: 09 मिमी

नारनौल: 15 एमएम

रोहतक: 44.8 मिमी

भिवानी: 15.2 मिमी

गुरुग्राम: 18 एमएम

कुरुक्षेत्र: 2.5 मिमी

महेंद्रगढ़: 32.0 मिमी

रेवाड़ी: 13.0 मिमी

सोनीपत: 29.0 मिमी

यमुनानगर: 01 एमएम

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