CBSE ने नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत स्कूलों को भेजी गाइडलाइन, 1200 घंटे पढ़ाई की तो मिलेंगे इतने प्वाइंट

नई दिल्ली | सीबीएसई (CBSE) ने नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत स्कूलों को गाइडलाइन भेजी है. वैसे तो क्रेडिट फ्रेमवर्क सभी कक्षाओं के लिए तैयार किया गया है लेकिन इसे खासतौर पर 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए तैयार किया गया है. छात्रों को एक साल में 1200 घंटे की पढ़ाई के लिए 40 क्रेडिट प्वाइंट मिलेंगे. सामान्य और व्यावसायिक शिक्षा दोनों के लिए एकीकृत ऋण के संबंध में एसओपी लागू की गई है.

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सीबीएसई के निदेशक ने कही ये बातें

सीबीएसई के निदेशक (कौशल शिक्षा) डॉ. विश्वजीत साहा ने इस संबंध में सभी स्कूलों को दिशा- निर्देश भेजे हैं. एक क्रेडिट प्वाइंट 15 घंटे की थ्योरी के लिए निर्धारित होता है जबकि एक क्रेडिट प्वाइंट 30 घंटे की थ्योरी-प्रैक्टिकल के लिए निर्धारित होता है.

क्रेडिट अंक प्रति विषय सीखने के घंटों के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं. कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों के लिए भी कई बदलाव किए गए हैं. वोकेशनल कोर्स में भी क्रेडिट प्वाइंट दिए जाएंगे. खासकर 10वीं- 12वीं बोर्ड में छठा और सातवां विषय रखने से छात्रों को इसका अलग- अलग लाभ मिलेगा.

11वीं- 12वीं कक्षा के बच्चे ले सकेंगे 47 क्रेडिट अंक

11वीं- 12वीं कक्षा के बच्चे 47 क्रेडिट अंक तक ले सकेंगे. छात्र 11वीं- 12वीं कक्षा में सात विषयों के लिए 40 से 47 क्रेडिट अंक तक ले सकेंगे. इसमें भाषा 1 और 2 के लिए 180- 180 घंटे निर्धारित किए गए हैं जिसके लिए 6-6 क्रेडिट अंक होंगे. विषय 3, 4, 5, 6 और 7 प्रत्येक के लिए 210 घंटे निर्धारित किए गए हैं. इनके लिए 7-7 क्रेडिट मार्क्स होंगे. उच्च शिक्षा या अन्य पाठ्यक्रमों में नामांकन में आपको लाभ मिलेगा.

क्रेडिट प्वाइंट पहली बार होगा लागू 

सीबीएसई स्कूल संगठन के सचिव सतीश कुमार झा ने कहा कि क्रेडिट प्वाइंट पहली बार लागू किया जा रहा है. इससे बच्चों को इंटरमीडिएट के बाद उच्च शिक्षा में नामांकन में भी फायदा होगा, जहां उन्हें इस क्रेडिट पर वेटेज मिलेगा. कक्षा 9 के लिए सभी विषयों सहित कुल 40 क्रेडिट होंगे. 10वीं में भी ऐसा ही होगा.

इसमें भाषा के अंतर्गत तीन अलग-अलग भाषाओं के लिए 120- 120 घंटे होंगे और क्रेडिट 4- 4 होंगे जबकि गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए 150- 150 घंटे निर्धारित होंगे, जिसमें क्रेडिट प्वाइंट पांच होंगे. इसके अलावा, अंतः विषय क्षेत्र के अंतर्गत पर्यावरण शिक्षा में 4 क्रेडिट प्वाइंट के लिए 120 घंटे, व्यावसायिक शिक्षा में कौशल विषयों में 150 घंटे जिसके लिए 5 क्रेडिट प्वाइंट दिए जाएंगे. फिजिकल एजुकेशन, वेल बीइंग और आर्ट एजुकेशन में 60 घंटे निर्धारित किए गए हैं, जिस पर 2 क्रेडिट अंक दिए जाएंगे.

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