जानिए क्यों, भूपेंद्र हुड्डा के विधायकों को कांग्रेस आलाकमान से मिलेंगे नोटिस ?

चंडीगढ़ । पंजाब में जिस तरह से काग्रेस में खींचातानी दिखाई दे रही थी और यही हालात हार का कारण बना, अब वही स्थिति हरियाणा में भी चुनावों में दिखनी शुरू हो चुकी है. ये भी हो सकता है कि आने वाले दिनों में इसके परिणाम अच्छे ना हो. हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद में बदलाव की अटकलों के बीच कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच तनातनी बढ़ने लगी है. पंजाब और उत्तराखंड की तर्ज पर हरियाणा कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा को बदलने की अफवाहों के बीच आलाकमान ने फैसला किया है कि पार्टी के आधिकारिक कार्यक्रमों से दूरी बनाए रखने वाले विधायकों और पार्टी नेताओं से जवाब मांगा जाएगा.

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बता दें कि ऐसे सभी विधायकों और पार्टी नेताओं को कांग्रेस प्रभारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. हालांकि आलाकमान के हर नोटिस का जवाब कांग्रेस विधायकों के पास है, लेकिन इन नोटिसों के मिलने के बाद हुड्डा और शैलजा समर्थकों के बीच खींचतान कम होने के बजाय और बढ़ जाएगी.

कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल और कुमारी शैलजा ने 7 अप्रैल को चंडीगढ़ में पार्टी के महंगाई विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें हुड्डा के ज्यादातर समर्थक नहीं पहुंचे. खुद भूपेंद्र हुड्डा, कुलदीप बिश्नोई और किरण चौधरी भी इस प्रदर्शन से नदारद रहे.

हुड्डा ने तो यहां तक ​​कह दिया था कि जरूरी नहीं कि वह हर कार्यक्रम में शामिल हों. उनकी दिल्ली की बैठक है और उन्हें जाना है. चंडीगढ़ में कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले 4 अप्रैल को हरियाणा कांग्रेस कमेटी और कांग्रेस विधायक दल की अलग-अलग बैठकें हुईं.

विवेक बंसल और कुमारी शैलजा ने चंडीगढ़ में हुई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में शिरकत की, जबकि दिल्ली में हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शिरकत की. चंडीगढ़ की बैठक में कांग्रेस के सात विधायक शामिल हुए थे, जिनमें से तीन हुड्डा समर्थक थे, लेकिन वे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद दिल्ली की बैठक में शामिल हो गए.

पार्टी की इस गुटबाजी पर विवेक बंसल ने कहा था कि राजधानी चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे का विरोध करने और एसवाईएल पर अपना हक जताने की रणनीति के तहत चंडीगढ़ और दिल्ली में बैठकें की गई हैं. इन दोनों कार्यक्रमों के दौरान हुड्डा और शैलजा के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया.

हुड्डा ने कहा कि जिस व्यक्ति में अहंकार है उसे अहंकार छोड़ देना चाहिए, जबकि शैलजा ने कहा कि वह जन्मजात कांग्रेसी है और उसमें अहंकार नहीं है. इसी बीच खबर आई कि राजा वडिंग को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है. इससे सोमवार को अफवाहें उड़ीं कि शैलजा ने आलाकमान को अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिसकी पुष्टि आलाकमान ने नहीं की थी.

इस बीच, पार्टी आलाकमान के निर्देश पर हरियाणा के मामलों के प्रभारी विवेक बंसल ने हाल ही में हुए कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए विधायकों से जवाब मांगा है. कुमारी शैलजा ने पैदल यात्रा करने की घोषणा की है और हुड्डा ने आपके सामने कार्यक्रम चलाने की घोषणा की है.

हुड्डा का अगला विपक्षी कार्यक्रम 24 अप्रैल को फरीदाबाद में आपके सामने होगा. इंटरनेट मीडिया पर पिछले दिनों कुलदीप बिश्नोई और कुलदीप शर्मा के बीच जुबानी जंग को भी आलाकमान गंभीरता से ले चुका है. माना जा रहा है कि कुलदीप शर्मा और कुलदीप बिश्नोई दोनों से जवाब मांगा जा सकता है.

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