हरियाणा सरकार का फैसला: डेढ़ साल बाद फिर से मिड-डे मिल होगा शुरू, स्कूल खुलते ही मिलेगा लाभ

चंडीगढ़ | कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन के बाद पहली बार हरियाणा में एक जुलाई को सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर में पका पकाया खाना मिलेगा. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी स्कूल प्रमुखों को दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं. साथ ही, इस मामले में कोई ढिलाई बरतने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं.

mid day meal

जानकारी के अनुसार, डेढ़ साल बाद सरकारी स्कूलों में मिड डे मिल भोजन तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि स्कूल खुलते ही उसी दिन से बच्चों को सूखा राशन देने की बजाय दोपहर में स्कूल में पका हुआ खाना दिया जाए.

खाना बनाने की तैयारी पहले से करनी होगी. भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि पहले के सभी मेन्यू और व्यवस्थाएं बनी रहेंगी. किस कक्षा के बच्चे को कितना खाना देना चाहिए. ये सभी व्यवस्थाएं पहले से तय की जानी चाहिए. यदि किसी वस्तु की कमी है. स्कूल खुलने से पहले स्कूल हेड इन बातों का ध्यान रखेंगे. यदि कोई वस्तु नहीं है, तो उसे खरीदा जाना चाहिए.

उदाहरण के लिए हरी सब्जियां, दूध और अन्य सामान शामिल हैं. इनके अलावा, गैस सिलेंडर भी पहले से भरना होगा. ताकि 1 जुलाई को स्कूल खुलते ही बच्चों को दोपहर में वहीं लंच कराया जा सके. इस संबंध में शिक्षा विभाग के निदेशक ने सभी स्कूल प्रमुखों को निर्देश भेज दिए हैं.

यहां बताया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से पहले स्कूलों में बच्चों को दोपहर का भोजन कराया जाता था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण फैलने और लॉकडाउन लागू होने के बाद शिक्षकों ने बच्चों को उनके घरों पर ही सूखा राशन देना शुरू कर दिया. सरकारी स्कूल पूर्व में खुल गए, लेकिन स्कूल में भोजन बनाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. जिससे बच्चों को सिर्फ सूखा राशन दिया गया.

अब जबकि छुट्टियां खत्म होने वाली हैं, अब फिर से दोपहर में बच्चों को स्कूलों में खाना उपलब्ध कराने की व्यवस्था शुरू हो गई है. शिक्षा विभाग से निर्देश मिलने के बाद स्कूल प्रमुखों ने स्कूलों में मिड-डे मील तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी है.

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