पहली बार विदेश से वीसी के जरिए गवाही देंगी लड़की, जानें क्या है मामला

पानीपत । तस्करी और वेश्यावृत्ति की शिकार हुई बांग्लादेशी लड़की की कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गवाही होगी. फिलहाल लड़की बांग्लादेश में हैं और कोर्ट के आदेशानुसार पुलिस बांग्लादेश एम्बेसी से कॉन्टेक्ट कर गवाही कराने की तैयारी में जुटी हैं. हरियाणा के पानीपत में संभवत यह पहला मौका होगा जब किसी पीड़ित विदेशी लड़की की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गवाही होगी.

VIDEO VIRAL

कोर्ट ने आदेश दिया है कि लड़की की गवाही बांग्लादेश में किसी भी राजपत्रित अधिकारी के सामने या फिर किसी सरकारी कार्यालय में हों, जिससे यह कन्फर्म हो सकें कि जो लड़की गवाही दे रही है,वह पीड़िता हीं हैं.

वहीं आरोपी पक्ष ने सेशन कोर्ट में याचिका दायर की थी कि लड़की पानीपत कोर्ट में आकर गवाही दे ,जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. सेशन कोर्ट से खारिज होने के बाद याचिका हाईकोर्ट में लगाई गई , वहां से भी याचिका खारिज हो गई. अब गवाही की तिथि 29 जुलाई हैं ,सब कुछ ठीक- ठाक रहा तो गवाही हो जाएंगी. बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ मुकेश आर्य ने बताया कि कोर्ट से समन जारी हुआ था और एसपी को पत्र लिखकर अवगत करा दिया था.

इसके साथ ही बांग्लादेश एम्बेसी के संबंधित अधिकारी का नंबर और ई-मेल एड्रेस भी दिया गया है. लड़की गवाही देने के लिए तैयार हैं. एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लड़की की गवाही का मामला प्रोसेस में है. चूंकि लड़की विदेश में रह रहीं हैं तो नियमानुसार गवाही कराने में समय लग सकता है लेकिन हम तय समय में गवाही कराने का पुरा प्रयास करेंगे.

काम सिखाने के बहाने सेक्स रैकेट के हवाले किया

पुलिस ने बताया कि घटना के समय लड़की की उम्र महज 17 वर्ष थी. ढाका में काम करने के दौरान एक युवक से उसकी दोस्ती हो गई. युवक लड़की को शादी का झांसा और ब्यूटी पार्लर का काम सिखाने के बहाने दिल्ली लें आया. 3 दिन बाद उसने लड़की को रोहिणी में सेक्स रैकेट चलाने वाले राहुल और उसकी पत्नी खुशी के हवाले कर दिया. दंपती ने लड़की को पैसों का लालच देकर गलत काम करने के लिए उकसाया. वहीं राहुल धमकी देता था कि अगर बात नहीं मानी तो उसके माता-पिता को मरवा दिया जाएगा.

पानीपत में 11 हजार रुपए में दो दिन के लिए बेचा था

आरोप है कि तहसील कैंप के तेज कालोनी के रहने वाले मनु उर्फ नरेंद्र ने राहुल से फोन कर लड़की मांगी. 4 मई 2019 को राहुल लड़की को गाड़ी से लेकर पानीपत बस स्टैंड पर पहुंचा. वहां मनु अपने दोस्त भगत नगर निवासी अजय के साथ पहुंचा और राहुल के साथ 11 हजार रुपए में लड़की का दो दिन के लिए सौदा तय हुआ.

इसके बाद मनु और अजय लड़की को अजय के मकान पर ले गए. दोनों ने शराब का सेवन किया और उसके बाद अजय ने लड़की के साथ गलत काम किया. दोनों शराब के नशे में धूत थे तो लड़की बाथरूम जाने का बहाना बनाकर वहां से भाग निकली और पड़ोस के मकान जाकर छिप गई. वहां उसने सारी आपबीती एक महिला को बताई. तब उक्त महिला ने स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को सूचना दी.

चारों आरोपी हों चुके हैं गिरफ्तार

5 मई 2019 को सिटी थाना पुलिस ने मानव तस्करी,रेप, पोस्को एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया. पुलिस ने मामले में राहुल ,उसकी पत्नी खुशी ,मनु और अजय को गिरफ्तार किया.

पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि मनु और अजय पानीपत में सैक्स रैकेट चलातें थे. पैसों में बाहर से लड़कियों की खरीद-फरोख्त होती थी. पहले ये खुद लड़कियों के साथ गलत काम करते थे और फिर पैसा कमाने के लिए ग्राहकों से 2 से 3 हजार रुपए में दो घंटे के लिए डील करते थे.

चूंकि लड़की उस समय नाबालिग थी. इसलिए बाल कल्याण समिति की निगरानी में लड़की कुछ महीनों तक शेल्टर होम रहीं. फिर समिति के प्रयास से 23 नवम्बर 2019 को एक एनजीओ की मदद से लड़की को उसके घर बांग्लादेश भेज दिया गया था.

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