रोहतक हत्याकांड: 4 हत्याओं के केस की गुत्थी सुलझी,बेटा ही निकला मां-बाप,बहन और नानी का हत्यारा

रोहतक । हरियाणा के रोहतक जिले में गत दिनों हुई चार हत्याओं के मामले की गुत्थी सुलझ गई है. मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है और बेटा ही अपने माता-पिता,बहन और नानी का हत्यारा निकला है. आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू (20 वर्ष) इस समय पुलिस कस्टडी में है और पुलिस पुछताछ में उसने हत्याकांड का राज उगला.

Police Photo

बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे एसपी राहुल शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस मामले का खुलासा किया. इस हत्याकांड के पीछे की वजह प्रोपर्टी विवाद व आपसी कहासुनी बताई जा रही है . पुलिस ने बताया कि प्रोपर्टी बहन के नाम थी और इस वजह से भाई अभिषेक नाराज था. इसलिए उसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया है. पुलिस इस हत्याकांड के बाद लगातार संदिग्धों से पूछताछ कर रही थी लेकिन कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच रही थी. पुलिस के शक की सुई मुख्य आरोपी तक पहुंची और पुलिस ने पुछताछ के लिए हिरासत में लिया और फिर मामले का रहस्य उजागर हुआ.

घर में घुसकर मारी गई थी गोलियां

बता दें कि 27 अगस्त को रोहतक के विजय नगर की बाग वाली कालोनी निवासी पेशे से प्रोपर्टी डीलर और पहलवान प्रदीप उर्फ बबलू , पत्नी बबली,सास रोशनी व बेटी तमन्ना को हमलावरों ने घर में घुसकर गोलियां मारी थी. बबलू,बबली और रोशनी की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि तमन्ना ने अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जुझते हुए एक दिन बाद दम तोड़ दिया था. वहीं हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभिषेक मृतक बबलू का इकलौता बेटा था.

अभिषेक ने बताई थी यह कहानी

मैं अपने दोस्तों के साथ एक होटल में खाना खाने गया हुआ था और जब वापस आया तो देखा कि घर का मुख्य दरवाजा बिना कुंडी लगाएं बंद था.नीचे और उपर के कमरों के दरवाजे भी बंद थे. मैंने दोनों दरवाजों को खोलने के लिए जोर-जोर से आवाजें दी व मम्मी पापा के नंबरों पर फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

मुझे बहुत घबराहट हुई और मैंने अपने सांपला निवासी मामा को फोन मिलाकर पुरी बात बताई. मामा ने दरवाजा तोड़ने की कही और जब मैंने दरवाजा तोड़कर अंदर का नजारा देखा तो मेरे पैरों तले से जमीन खिसक गई. अंदर खुन से लथपथ परिजन पड़े थे. बहन की सांसें चल रही थी तो उसे पीजीआई रोहतक लेकर गया और मामा को फोन करके पुरे मामले से अवगत कराया.

बबलू के साले ने दी थी पुलिस को शिकायत

आरोपी अभिषेक के मामा प्रवीण ने ही पुलिस को लिखित रूप में शिक़ायत दर्ज करवाईं थी. पुलिस को मौखिक तौर पर बताते हुए प्रवीण ने कहा कि वारदात की सूचना मिलते ही वह घर से तुरंत निकल पड़ा था. रास्ते मे गाड़ी में सवार अज्ञात लोगों ने उसकी गाड़ी पर भी फायरिंग की थी लेकिन वह किसी तरह से अपने आप को बचाते हुए रोहतक घटनास्थल पर पहुंच गया था.

चारों को सिर में मारी गई थी गोलियां

पुलिस व एसएफएल टीम को शुरुआती जांच के दौरान उपर वाले कमरे से दो व नीचे वाले कमरे से तीन खाली खोल बरामद हुए थे. नीचे वाले कमरे में बबलू को जब गोली मारी गई तो उस समय बेड पर लेटा हुआ किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था और गोली लगने पर उसका मोबाइल कान और कंधे के बीच में ही रह गया था. दोनों कमरों में खूनी खेल को अंजाम देकर हमलावर कमरों को लॉक करके चाबी अपने साथ ले गए थे. पुलिस ने वह चाबी भी बबलू के करीबी से बरामद कर ली है.

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