किसान आंदोलन पर की थी अभद्र टिप्पणी, जेई को दो बार मांगनी पड़ी माफी

सिरसा | हाल ही में किसान आंदोलन के विरोध में सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय यानी सीडीएलयू के एक जूनियर इंजीनियर को काफी महंगा पड़ गया है. ऐसे में किसानों के विरोध को देखते हुए उसे सार्वजनिक रूप से किसान नेताओं से काफी दफा माफी मांगनी पड़ी है. दो बार माफी मांगने के बाद कहीं जाकर मामला शांत हुआ है. सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि बरनाला रोड स्थित ईरा कालोनी के निवासियों का एक व्हट्सएप ग्रुप है.

VORODH PRDARSHAN

व्हट्सएप ग्रुप में शेयर किए गए किसान विरोधी मैसेज 

इस व्हट्सएप ग्रुप से जुड़े सीडीलयू के एक जेई ने बीते दिनों किसान नेता राकेश टिकैत पर एक अभद्र टिप्पणी कर पोस्ट कर दी थीं. केवल इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ साथ उन्होंने इसी ग्रुप में कई किसान विरोधी मैसेज भी सभी के साथ साझा कर दिए थे. इसके अलावा इसी ग्रुप में रानियां के एक सरकारी स्कूल के हेड मास्टर ने भी कुछ इसी तरह की टिप्पणी पेश की थीं. इस बीच ग्रुप से जुड़े काफी सदस्यों ने आपसी चैट के स्क्रीनशॉट स्थानीय किसान नेताओं के पास भेजे दिए थे और फ़िर इस मामले ने एक नया रूप ले लिया.

रोष प्रदर्शन के दौरान सीडीएलयू के गेट पर ही रोक दिया गया था किसानों को

किसान नेता हरविंद्र सिंह खुहवाली, भूपेंद्र सिंह वैदवाला, बलदीप सिंह, प्रगट सिंह को जब इस मामले से जुड़ी जानकारी मिली तो वह जेई के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए, सीडीएलयू तक पहुंच गए. वहां पहुंच कर किसान नेताओं को सीडीएलयू के सुरक्षा कर्मचारियों के द्वारा गेट पर ही रोक लिया गया था. ऐसे में फ़िर किसान नेताओं से बातचीत करने के लिए सीडीएलयू के कार्यकारी अभियंता सतीश विज वहां मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत की.

बवाल के बाद मामला हुआ शांत

ऐसे में फ़िर एक लंबे अरसे तक किसानों को अधिकारी समझाते रहे किन्तु किसान जेई से माफी मंगवाने की मांग पर ही लगातार अड़े हुए नज़र आए. बाद में समझाने पर भी जब किसान नहीं माने तो सिविल लाइन थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. ऐसे में सिविल लाइन थाना प्रभारी ने उन्हें जेई से मिलाने के लिए बुलाया और फिर उसके पश्चात जेई ने अपनी गलती मानते हुए किसानों से माफी मांग ली. अंत में इतने बवाल के बाद यह मामला थोड़ा शांत होता नज़र आ रहा था.

दो बार मांगनी पड़ी माफी

ऐसे में अभी मामला शांत हुआ था कि मामला शांत होने के थोड़ी देर बाद ही शहीद भगत सिंह स्टेडियम में धरने पर बैठे किसान बाबा गुरदीप सिंह, लखा सिंह अलीका, सुखजिंद्र सिंह आदि भी किसानों के साथ मौके पर सीडीएलयू पहुंच गए. इसके बाद जेई एक बार फिर से कार्यालय से बाहर आया और तब उसने दोबारा से फिर किसान आंदोलन व किसानों पर टिप्पणी करने के लिए सभी से माफी मांगी और अंत में एक बार फिर से तेज़ी पकड़ता यह मामला सचमुच में शांत हो गया.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!