हरियाणा के छः जिले रेड अलर्ट पर, भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना

हिसार । हरियाणा में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. प्रदेश के छः जिलों गुरुग्राम, झज्जर, रेवाड़ी, चरखी दादरी, रोहतक और सोनीपत में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. यहां ज्यादा से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं प्रदेश के फरीदाबाद, पलवल, मेवात, हिसार, जींद, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, भिवानी और महेन्द्रगढ़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

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इनमें से कुछ जिलों में कल के बाद भारी बारिश की उम्मीद कम रह जाएंगी. लेकिन इतनी बारिश से प्रदेश के हर शहर के तापमान में सात से आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखने को मिलेंगी. हालांकि हिसार जिले में लोगों को अभी भी भारी बारिश का बेसब्री से इंतजार है. 21 जुलाई तक बारिश के आसार बने हुए हैं और मानसून की सक्रियता आगे भी बनी रह सकती है.

येलो अलर्ट वाले जिले

येलो अलर्ट वाले जिलों में पंचकूला, अंबाला, सिरसा व फतेहाबाद शामिल हैं. यहां अभी तक औसतन कम ही बारिश हुई है. मानसून की सक्रियता ज्यादा उतरी और दक्षिणी हरियाणा में देखने को मिली है. मगर हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में ज्यादा बारिश नहीं हुई है. मंगलवार को भी बारिश की उम्मीद जताई गई है.

क्या होता है रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट का मतलब

रेड अलर्ट यानी बहुत तेज बारिश, आंधी और तूफान आने की संभावना को दर्शाता है. वहीं ऑरेंज अलर्ट में अधिक से बहुत अधिक बारिश , आंधी व गरज-चमक के साथ तूफान की संभावना को व्यक्त करता है. इसी तरह येलो अलर्ट अधिक बारिश की संभावना को व्यक्त करता है.

बारिश फसलों के लिए फायदेमंद

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ एसके सहरावत ने बताया कि मानसूनी बारिश सभी फसलों के लिए फायदेमंद साबित होंगी. मानसून की बाट जोह रही सभी फसलों को पानी की बहुत जरूरत थी लेकिन यह बारिश उस खानापूर्ति को पूरा करने का काम करेंगी. विशेषकर धान की फसल के लिए मानसूनी बारिश बहुत ही लाभदायक होती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कपास की फसल में किसान जल निकासी का प्रबंध अवश्य करें क्योंकि अधिक पानी जमा होने से फसल को नुक्सान पहुंच सकता है.

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