हरियाणा में नया पश्चिमी विक्षोभ बरसाएगा कहर, यहाँ पढ़े आगे कैसा रहेगा मौसम

चंडीगढ़ | ठंड का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हरियाणा समय कई राज्यों में ठंड शरीर को हिला देने वाली पड़ रही है. कड़ाके की ठंड के कारण कुछ जगहों पर रात का तापमान माइनस बिंदु के करीब पहुंच गया है जिससे कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है. शासकीय महाविद्यालय के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हिमालय की उत्तरी बर्फीली हवाओं ने पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर दिल्ली के मैदानी राज्यों में अपने तीखे तेवर से इसकी शुरुआत की है.

Sardi Ka Mausam Weather

तापमान में आ रही गिरावट

नतीजतन पूरे क्षेत्र में तापमान लगातार गिर रहा है. सोमवार को हरियाणा, NCR- दिल्ली में ज्यादातर जगहों पर न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस से 7.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जिससे हरियाणा के ज्यादातर इलाकों में शीतलहर और पाला की स्थिति बनी हुई है. वहीं, अधिकतम तापमान में गिरावट के कारण कई जगहों पर कोल्ड डे की स्थिति बनी रही.

दिल्ली में ऐसा रहा मौसम

हरियाणा, NCR- दिल्ली में सुबह से ही अधिकांश स्थानों पर कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया जबकि महेन्द्रगढ़ जिले के नारनौल शहर और नंगल चौधरी में केवल सुबह 8 बजे तक ही कोहरे की गतिविधियां दर्ज की गई. जिसमें महेंद्रगढ़ जिले में आमजन को कड़ाके की ठंड से राहत मिली.

बदलेगा मौसम का मिजाज

आने वाले दिनों में 28 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पूरे हरियाणा, एनसीआर- दिल्ली में मौसम बदलने वाला है, जिसके चलते उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होगी और 29-30 दिसंबर के दौरान मैदानी राज्य खासकर हरियाणा, एनसीआर- दिल्ली बादलों से ढका रहेगा और छिटपुट स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी. 31 दिसंबर को जैसे ही मौसम सिस्टम आगे बढ़ेगा यानी नए साल का स्वागत करने के लिए हाड़ कंपा देने वाली ठंड और अपने तीखे तेवर के साथ शीतलहर शुरू हो जाएगी.

ये रहा आज का तापमान

आज हरियाणा, एनसीआर- दिल्ली न्यूनतम तापमान में बालसमंद हिसार 1.2 डिग्री सेल्सियस पर प्रथम स्थान, सिवानी 1.5 डिग्री सेल्सियस पर, रेवाड़ी 1.5 डिग्री सेल्सियस पर तीसरे स्थान पर, महेंद्रगढ़ 1.7 डिग्री सेल्सियस पर चौथे स्थान पर, नारनौल पांचवें स्थान पर है. हिसार 2.5 डिग्री सेल्सियस पर छठे स्थान पर है. अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण इन सभी स्थानों पर मौसम की चरम स्थितियां देखी जा रही हैं.

यह जिला हिसार, भिवानी, राजस्थान के पश्चिमी भाग से सटा हुआ है. इसी तरह रेवाड़ी का दक्षिणी भाग और इसी तरह महेंद्रगढ़ की पश्चिम-दक्षिण सीमाएँ और पूर्वी सीमा का एक बड़ा हिस्सा राजस्थान से सटा हुआ है और अरावली पर्वत श्रृंखलाओं के साथ-साथ रेतीली मिट्टी के कारण चरम मौसम की स्थिति और गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है.

पांच साल का रिकार्ड

पिछले पांच साल के तापमान पर नजर डालें तो इस साल दिसंबर में ही ठंड ने तीखा तेवर दिखाना शुरू कर दिया है जबकि जनवरी और फरवरी में शीत लहर और पारा हिमांक बिंदु के पास गतिविधियां देखी गईं. साथ ही, दिसंबर के दौरान बारिश की गतिविधियां दर्ज की गईं लेकिन इस साल दिसंबर में कोई सक्रिय मौसम प्रणाली नहीं होने के कारण पूरे क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां नदारद रहीं.

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