हरियाणा के गांवों में तीन दिन तक नहीं उठेगा कूड़ा, 11 हजार सफाई कर्मचारियों ने लिया बड़ा फैसला

चंडीगढ़ | हरियाणा के गांवों में तीन दिन तक कूड़ा उठान का काम बाधित रहेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी 10 अक्टूबर से 3 दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल पर रहेंगे. इस हड़ताल को लेकर सीटू से संबंधित ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ने कमर कस ली है और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 3 दिन तक ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा नहीं उठान होने की वजह से काफी समस्या होने वाली है.

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पंचायत मंत्री के साथ 4 बैठकें विफल

संघ के महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली से 20 अगस्त 2022, 9 सितंबर 2022, 26 दिसंबर 2022 और 28 जून 2023 को चार दौर की वार्ता हो चुकी है. मंत्री ने आश्वासन दिया लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ है. ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों और समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ. मजबूरी में सफाई कर्मियों को हड़ताल पर जाना पड़ रहा है.

सीएम के पास पहुंच चुकी फाइल

विनोद कुमार ने बताया कि 23 जनवरी को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अधिकारियों एवं यूनियन प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता में वेतन वृद्धि, वार्षिक वेतन में 3 प्रतिशत की वृद्धि, मासिक वर्दी धुलाई भत्ता तथा कार्य उपकरणों के लिए भत्ते पर चर्चा की गई. बाद में बताया गया कि सहमति बन गई है और 17 अप्रैल से यह फाइल मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री की मेज पर पड़ी है. आगे क्या कुछ होता है अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.

ये है सफाई कर्मियों की मुख्य मांगे

यूनियन की मांग है कि मासिक वेतन 26,000 रुपये, बीडीपीओ के पेरोल पर शामिल करना, प्रत्येक 400 की आबादी पर एक कर्मचारी को नियोजित करना, वेतन को महंगाई के साथ जोड़ना, सहमति के अनुसार वर्क टूल ब्लॉक का वार्षिक भत्ता देना, धुलाई भत्ता और वेतन देना. साथ- साथ वार्षिक वृद्धि का लाभ दिया जाए तथा 17 वर्षों से लगातार कार्य कर रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.

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