चैत्र नवरात्रि पर 110 सालों के बाद बन रहा यह दुर्लभ संयोग, मन मांगी मुरादें होंगी पूरी

ज्योतिष | साल 2023 में चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 मार्च बुधवार से शुरू हो रहा है. बता दें कि नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. शास्त्रों में भी चैत्र नवरात्रि में नवदुर्गा रूपों की उपासना के बारे में बताया गया है. इन 9 दिन उपासना करने से व्यक्ति के जीवन तमाम कष्ट व दुख दूर हो जाते हैं. साथ ही सुख समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है.

Navratri

अबकी साल चैत्र नवरात्रि पर अत्यंत दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस संयोग का निर्माण 110 सालों के बाद चैत्र नवरात्रि के पहले दिन पर हो रहा है. आज की इस खबर में हम आपको इसी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.

अबकी बार नवरात्रो में बन रहा विशेष संयोग

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च 2023 की रात्रि 9:22 पर होगी और इसका समापन 6:50 पर होगा. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना का समय सुबह 6:14 से 7:55 के बीच रहेगा.

ज्योतिष आचार्य के अनुसार, इस साल मां दुर्गा नौका पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देगी. मां के इस सवारी को सुख- समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.  साथ ही इस रूप में मां की पूजा करने से साधकों को धन समृद्धि का आशीर्वाद मिलता हैं.

इन राशि के जातकों की चमकेगी किस्मत

अबकी बार चैत्र नवरात्रि पर 110 सालों के बाद बृहस्पति और बुध ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे, जिसका प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ेगा. धार्मिक दृष्टिकोण से इसे काफी शुभ माना जा रहा है. इसके साथ ही इस दिन सुबह 7:48 तक शुक्ल योग रहेगा और इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा.

ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों योग को बहुत शुभ माना जाता है. इस अवधि में पूजा पाठ करने से साधकों को विशेष फल प्राप्त होंगे. साथ ही, जीवन में आ रही तमाम तरह की समस्याएं भी अपने आप समाप्त हो जाएंगी.

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