ISRO ने अब शुरू की शुक्र मिशन की तैयारी, अगले साल दिसंबर में लॉन्च होने की संभावना

नई दिल्ली | चंद्रयान- 3 और आदित्य- एल1 मिशन के बाद ISRO शुक्र मिशन यानी ‘शुक्रयान’ की जोर- शोर से तैयारी कर रहा है. इसके अगले साल दिसंबर में लॉन्च होने की संभावना है. वीनस मिशन से पहले अंतरिक्ष एजेंसी इसी साल दिसंबर में EXPOSAT या एक्स- रे पोलारिमीटर सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. इसका उद्देश्य चमकीले एक्स- रे पल्सर का अध्ययन करना है.

ISRO

शुक्र सूर्य के बाद है दूसरा ग्रह

बता दें कि शुक्र सूर्य के बाद दूसरा ग्रह है और पृथ्वी का निकटतम पड़ोसी है. इसे अक्सर पृथ्वी का जुड़वां कहा जाता है क्योंकि यह आकार और घनत्व में समान है. इससे पहले अन्य देशों द्वारा लॉन्च किए गए वीनस मिशनों में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का वीनस एक्सप्रेस (2006 से 2016 तक परिक्रमा), जापान का अकात्सुकी वीनस क्लाइमेट ऑर्बिटर (2016 से परिक्रमा) और नासा का पार्कर सोलर शामिल हैं.

इसरो प्रमुख ने कही ये बातें

दूसरी तरफ इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने हाल ही में कहा था कि सौर मंडल के सबसे चमकीले ग्रह शुक्र के लिए एक मिशन पहले ही तैयार किया जा चुका है. मिशन के लिए इसके पेलोड विकसित किए गए हैं. इसे दिसंबर 2024 में लॉन्च किए जाने की संभावना है. इस समय पृथ्वी और शुक्र एक सीधी रेखा में होंगे, जिससे अंतरिक्ष यान को कम प्रणोदक का उपयोग करके पड़ोसी ग्रह की कक्षा में स्थापित किया जा सकता है. इसके बाद, यह मौका 2031 में ही मिलेगा.

साथ ही, इसका वातावरण भी बहुत घना है. वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना में 100 गुना अधिक है. यह एसिड से भरा है. आप सतह को भेद नहीं सकते. पृथ्वी एक दिन शुक्र बन सकती है, शायद 10,000 वर्षों के बाद पृथ्वी यह अपनी विशेषताओं को बदल देगी. पृथ्वी पहले भी ऐसी ही थी. बहुत समय पहले यह रहने योग्य जगह नहीं थी.

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