Haryana Weather: हरियाणा में फिर लौटेगा का मानसून, पश्चिमी विक्षोभ आज होगा सक्रिय

चंडीगढ़, Haryana Weather | हरियाणा में आपको दोबारा से मानसून का नजारा देखने को मिलेगा. जहां अगस्त महीने में मानसून की गतिविधियां बहुत ही कम देखने को मिली थी. वहीं, दूसरी तरफ अब सितंबर में मानसून दोबारा से लौटने की संभावना है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में दोबारा से मानसून को लेकर आशंका जाहिर की है.

Barish Weather Monsoon

मौसम विभाग ने बताया है कि अब मानसून की वापसी का दौर पश्चिमी राजस्थान से शुरू हो गया है तथा सितम्बर अंत तक हरियाणा राज्य से भी मानसून की वापिसी होनी संभावित है. इसलिए तापमान में बढ़ोतरी तथा वातावरण में नमी की उपस्थिति के कारण गरज चमक के बादल बनने से कहीं-कहीं बुंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बन जाती है. ऐसी ही बारिश की संभावना अगले दो तीन दिनों में 23 सितम्बर तक तथा बाद में सितम्बर अंत में भी हरियाणा राज्य के उत्तर तथा दक्षिण व पश्चिमी जिलों में बनने की संभावना है. इस दौरान मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है.

एनवायरनमेंट क्लब ऑफ गवर्नमेंट कॉलेज नारनौल के नोडल अधिकारी चंद्रमोहन ने कहा कि मंगलवार को हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकांश स्थानों पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने मौसम तंत्र के कारण एक बार फिर दक्षिण-पूर्वी नमी वाली हवाएं हरियाणा एनसीआर दिल्ली की ओर चली, जिससे हरियाणा एनसीआर दिल्ली में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई. करनाल, सिरसा, आदमपुर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुड़गांव, सोनीपत, पानीपत, चरखी दादरी, नूंह, मेवात जिले में बारिश देखने को मिली.

अगले पांच दिनों तक ऐसा रहेगा मौसम

अगले पांच दिनों तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मॉनसून गतिविधियां दर्ज की जाएंगी. जिससे हरियाणा एनसीआर दिल्ली से मानसून की विदाई सम्मानजनक तरीके से होगी, जिसके सितंबर के अंत तक होने की संभावना है. हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून की गतिविधियों पर से ब्रेक हटा लिया गया है और मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है. कृषि फसलों की कटाई का समय भी निकट है और कई किसान भाइयों ने फसल की कटाई शुरू कर दी है. उन्हें सलाह दी जाती है कि वे मौसम को देखते हुए अपनी कटाई काम बंद कर दें.

पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय

अगले 24 घंटों में इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में ओडिशा और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही, पाकिस्तान के ऊपर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आज 21 सितंबर की रात तक उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में प्रवेश करेगा और उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण बनने जा रहा है, जिसके दौरान पूर्वी नमी वाली हवाएं पछुआ हवाओं के साथ मिलेंगी और ये मौसम प्रणालियों के प्रभाव के कारण, अगले चार-पांच दिनों के दौरान हरियाणा के उत्तर पूर्वी जिलों और पंचकुला के दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, चरखी दादरी 21-26 सितंबर तक हरियाणा के बाकी हिस्सों में भी छिटपुट बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी.

पूरे इलाके में येलो अलर्ट जारी

हरियाणा एनसीआर दिल्ली मौसम विज्ञान प्रणाली में बादल छाए रहेंगे यदि मौसम प्रणाली अपने सही रास्ते पर जारी रहती है, तो 21-26 सितंबर के दौरान हरियाणा के उत्तर, पूर्व और दक्षिण भागों के साथ-साथ एनसीआर दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है. हरियाणा के बाकी हिस्सों में जहां छिटपुट बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है, वहीं भारतीय मौसम विभाग ने पूरे इलाके में येलो अलर्ट जारी किया है और सितंबर के अंत तक मानसून को सम्मानजनक तरीके से विदाई दी जाएगी.

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