भारत में Refined Oil की कीमतें छू सकती है आसमान, ये हैं बड़ी वजह

नई दिल्ली। भारत में खाने के तेल (Edible Oils) की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में सुधार देखने को मिला है. हालांकि इसी बीच एक नया डेवलपमेंट सामने आया है, जिसके चलते भारत में फिर से खाने के तेल और खासकर रिफाइंड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. पहले से ही चौतरफा महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा.

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ये हों सकती हैं प्रमुख वजह

विशेषज्ञों ने बताया कि इंडोनेशिया में पॉम ऑयल का संकट खड़ा हो गया है जिसके चलते भारत में खाने के तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है. यह काफी अलग तरह का संकट है, जिसमें दुनिया में पाम ऑयल का सबसे ज्यादा उत्पादन और एक्सपोर्ट करने वाले देशों में शुमार इंडोनेशिया में ही पॉम ऑयल की किल्लत पैदा हो गई है. यह किल्लत इतनी बड़ी हो गई है कि इंडोनेशिया की सरकार को कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कई तरह के कदम उठाने पड़ रहे हैं.

एक साल में 57% बढ़ी कीमत

इंडोनेशिया में एक लीटर ब्रांडेड कुकिंग ऑयल की कीमत मार्च, 2021 में 14,000 इंडोनेशियाई रुपये थी,जो मार्च 2022 में बढ़कर 22,000 इंडोनेशियाई रुपये हो गई. इस तरह एक साल में देश में खाने का तेल की कीमतों में 57% की वृद्धि हो गई है. एक फरवरी को इंडोनेशिया सरकार ने खुदरा कीमतों के लिए एक अधिकतम सीमा तय की थी.

इंडोनेशिया सरकार लेगी बड़ा फैसला

घरेलू स्तर पर कीमतें काबू करने के साथ सरकार ने एक्सपोर्टर्स के नियम सख्त कर दिए हैं. सरकार ने एक्सपोर्टर्स के लिए प्लांड शिपमेंट का 20% हिस्सा घरेलू बाजार में बेचना अनिवार्य कर दिया है. कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इंडोनेशिया सरकार एक्सपोर्ट पर बैन लगाने का फैसला भी ले सकती है.

भारत के लिए अहम डेवलपमेंट

भारत अपनी खाद्य तेल की कुल जरुरत का 60% हिस्सा दूसरे देशों से आयात करता है. वहीं कुल इम्पोर्टेंट खाद्य तेल में पाम ऑयल की हिस्सेदारी 60% है. भारत में बड़े पैमाने पर इंडोनेशिया से तेल आयात होता है. ऐसे में इंडोनेशिया में पॉम ऑयल की किल्लत का असर घरेलू बाजार में जल्द देखने को मिल सकता है.

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