CBSE ने 12वीं की टर्म 1 परीक्षाओं का किया परिणाम घोषित, यहां जाने रिजल्ट पाने का तरीका

नई दिल्ली । सीबीएसई के छात्रों के लिए बड़ी खबर है. सीबीएसई के छात्रों का इंतजार अब खत्म हो चुका है. सीबीएसई के छात्रों द्वारा कई दिनों से अपने परीक्षा के परिणामों का इंतजार किया जा रहा था. बता दें कि सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं.

CBSE

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं की टर्म 1 परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं.सीबीएसई 12वीं परीक्षा 2021 टर्म 1 में शामिल होने वाले उम्मीदवार सीबीएसई बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.

इस तरह भी कर सकते हैं रिजल्ट प्राप्त

सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट की तरह 12वीं के छात्र भी अपने स्कूलों के जरिए अपना रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे. उम्मीद है कि सीबीएसई अपनी आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर परिणाम लिंक जारी करेगा. अन्यथा छात्र अपने स्कूलों से ऑफ़लाइन माध्यम से परिणाम देख सकेंगेथे.

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ऐसे भी कर सकते हैं स्कोरबोर्ड हासिल

सीबीएसई टर्म 12वीं के छात्र बोर्ड की वेबसाइट cbse.gov.in, cbseresults.nic.in से अपना रिजल्ट/स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. इसके साथ ही छात्र डिजिलॉकर एप और वेबसाइट digilocker.gov.in से भी स्कोरकार्ड प्राप्त कर सकेंगे.

बता दें कि सीबीएसई ने शनिवार को टर्म 1 कक्षा 10 का परिणाम घोषित किया और कक्षा 10 के छात्रों के परिणाम सभी स्कूलों को भेज दिए. बोर्ड ने थ्योरी परीक्षा के अंक स्कूलों को भेजे और प्रायोगिक परीक्षा के अंक पहले से ही स्कूलों के पास थे.

सीबीएसई टर्म 1 कक्षा 10 की परीक्षा 30 नवंबर से 11 दिसंबर 2021 तक आयोजित की गई थी.वहीं कक्षा 12 के लिए टर्म 1 की परीक्षाएं 1 दिसंबर से 22 दिसंबर तक आयोजित की गई थीं.सीबीएसई 10वीं और 12वीं टर्म 1 की परीक्षाओं में लगभग 36 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे.

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सीबीएसई का कब ओर क्यों हुआ गठन

इस बोर्ड की स्थापना के पीछे का मुख्य लक्ष्य माध्यमिक शिक्षा आयोग पर काम का बोझ कम करना था. इस बोर्ड का मुख्य कार्य माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना के लिए नियम निर्धारित करना, सर्वेक्षण करना, एकरूपता लाना आदि था.

इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए 1921 में प्रथम “उत्तर प्रदेश हाई स्कूल बोर्ड” की स्थापना की गई. इसके बाद इस बोर्ड के विस्तार के लिए सरकार द्वारा 1929 में “राजपुताना हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन बोर्ड” की स्थापना की गई.

1947 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद, भारत सरकार द्वारा इस बोर्ड का नाम बदल दिया गया था.जिसमें इस बोर्ड का नाम बदलकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कर दिया गया और इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया.

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत इस बोर्ड की भूमिका और दायित्वों को ध्यान में रखते हुए नवोदय विद्यालयों को भी इसके दायरे में शामिल किया गया.वर्तमान में, लगभग 21,274 स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध हैं और 25 ऐसे स्कूल हैं जो विदेशों में स्थापित हैं और वे भी इस बोर्ड का हिस्सा हैं.

इस बोर्ड के संगठनात्मक सदस्यों में एक अध्यक्ष और 6 अन्य सदस्य होते हैं.जिसमें सचिव, परीक्षा नियंत्रक एवं निदेशक शैक्षिक हैं.इन सभी को प्रमुख कार्य सौंपे गए हैं. इस बोर्ड द्वारा छात्रों को विभिन्न प्रकार की शिक्षा प्रदान की जाती है.

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