चंडीगढ़ | हरियाणा में आपराधिक मामलों की गुत्थी जल्द सुलझाने में मदद मिलें, इस दिशा में प्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRB) में फिंगर प्रिंट यूनिट में बदलाव के तहत सरकार ने सभी जिलों में SCRB फिंगर प्रिंट विशेषज्ञों की तैनाती करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही ब्यूरो मोबाइल फॉरेंसिक साइंस यूनिट को भी अपग्रेड किया जाएगा.
SCRB के एक अधिकारी ने बताया कि इस फैसले से जहां फिंगर प्रिंट एनालिसिस करने में मदद मिलेगी तो वहीं क्राइम सीन पर मौका प्रिंट के संग्रह और उसका वेरिफिकेशन करना भी आसान हो जाएगा. इस पहल से पेचीदा मामलों को सुलझाने में पुलिस को काफी मदद मिलेगी.
आपराधिक जांच की सटीकता में सुधार की उम्मीद
राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि वेरिफिकेशन की प्रक्रिया राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा संचालित राष्ट्रीय स्वचालित फिंगर प्रिंट पहचान प्रणाली (NAFIS) के जरिए ही आयोजित की जाएगी. इस पहल से आपराधिक जांच की सटीकता और गति में काफी सुधार होने की उम्मीद है.
SCRB ने रिफ्रेशर कोर्स किया तैयार
जिलों में फिंगर प्रिंट यूनिट की तैनाती के साथ ही SCRB ने पुलिस कर्मियों के लिए रिफ्रेशर कोर्स तैयार किया है. इसके जरिए अंगुलियों के निशान उठाने और उनका विश्लेषण करने में उनके कौशल को सुधारने के लिए डिजाइन किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि फॉरेंसिक साइंस के जरिए क्राइम केस को सुलझाना काफी हद तक आसान हो जाता है.
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