हरियाणा की बेटी अंकिता ने संघर्ष के साथ UPSC में प्राप्त की सफलता, पढ़े उनके संघर्ष की कहानी

रोहतक | आज हम आपको साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस अफसर बनने वाली अंकिता चौधरी की कहानी बताएंगे जिन्होंने हरियाणा के एक छोटे से शहर से निकलकर यह मुकाम हासिल किया. यह सफर उनके लिए बहुत कठिन था लेकिन कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया. बता दें उन्हें यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली. करीब 3 साल के संघर्ष के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देकर अपना सपना पूरा किया.

IAS Ankita Chaudhary

स्नातक के बाद शुरु की तैयारी

अंकिता मूल रूप से हरियाणा के रोहतक के महम कस्बे की मूल निवासी है. बताया जाता है कि वह पढ़ाई में हमेशा से ही होशयार रही हैं और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने दिल्ली के एक इंस्टीट्यूट में स्नातक में प्रवेश ले लिया. स्नातक के बाद उन्होंने पीजी की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया. संघर्ष के कारण उन्हें दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 14 हासिल हुई और प्रशासनिक अधिकारी बन गईं.

अंकिता बोलीं- अपनी गलतियों से सीखा बहुत कुछ

स्नातकोत्तर (पीजी) के बाद जब अंकिता ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो उन्हें सफलता नहीं मिली. अंकिता इससे निराश नहीं हुईं और उन्होंने अपनी गलतियों को पहचाना और उनमें सुधार की. दोबारा में उन्होंने दोगुने उत्साह से परीक्षा में हिस्सा लिया और टॉपर बनकर अपना सपना पूरा किया. इस तरह उनका यूपीएससी सफर पूरा हुआ.

न्यू स्टूडेंट्स को अंकिता की सलाह

अंकिता का मानना है कि आपको अपनी तैयारी के लिए बेहतर रणनीति बनानी चाहिए और कड़ी मेहनत करनी चाहिए. अपने सिलेबस के अनुसार चुनिंदा किताबों को पढ़कर तैयारी करनी चाहिए. इसके साथ ही नोट्स भी बनाते रहें. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने वाले नए छात्रों को बताया कि मेन्स में अच्छे नंबर लाने के लिए आपको जितना हो सके उत्तर लिखने का अभ्यास करना चाहिए. अगर आप ऐसा करेंगे तो बेहतर तरीके से उत्तर लिख पाएंगे. वह कहती हैं कि पढ़ाई के साथ-साथ आपको अपने दिमाग को तरोताजा करने के लिए कुछ नई एक्टिविटी भी करते रहना चाहिए. अगर आप ऐसे ही चलते जाएंगे तो आप को जल्द यूपीएससी में सफलता हासिल होगी.

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