पानीपत में भोले बाबा का सबसे ऊंचा मंदिर, ग्रामीणों के सहयोग से बाबा बालकनाथ ने कराया था निर्माण

पानीपत | हरियाणा आदिकाल से ही ऋषि- मुनियों की भूमि रही है. यहां कई ऋषि- मुनियों ने तपस्या की, जिसके प्रमाण आज भी राज्य में तीर्थ स्थलों और मंदिरों के रूप में मौजूद हैं. आज प्रदेश में हजारों ऐसे मंदिर हैं जिनकी अपनी- अपनी मान्यता है. ऐसा ही एक मंदिर पानीपत में है. यह मंदिर न केवल हरियाणा का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है बल्कि यह अपनी विशेष मान्यता के लिए भी प्रसिद्ध है.

Panipat Shiv Temple

मंदिर में है शिव भगवान की विशाल तस्वीर

पानीपत के कवि गांव में स्थित इस मंदिर की ऊंचाई 151 फीट है. यह राज्य के सबसे ऊंचे शिव मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है. इस मंदिर का निर्माण बाबा बालक नाथ ने करवाया था. इसकी नींव 21 फरवरी 1997 को रखी गई थी. इस मंदिर का निर्माण बाबा बालकनाथ और ग्रामीणों के सहयोग से किया गया है. जिसमें भगवान शिव की एक विशाल तस्वीर है.

बाबा के आशीर्वाद से था सबकुछ संभव

ग्रामीणों के अनुसार, बाबा बालक नाथ के पास ऐसी शक्ति थी कि वे जिसे भी आशीर्वाद दे देते थे, उसकी मनोकामना पूरी हो जाती थी. वहीं, यह भी माना जाता है कि बाबा बालक नाथ के आशीर्वाद से आसपास के गांवों की हजारों महिलाओं को संतान की प्राप्ति हुई थी. गांव वाले बताते हैं कि बाबा बालक नाथ की चमत्कारी प्रेतात्मा नि:संतान महिलाओं की गोद भर देती थी.

मंदिर में लगा रहता है भक्तों का तांता

इस मंदिर का निर्माण बाबा बालक नाथ और ग्रामीणों के सहयोग से किया गया था, जिसमें भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति है. मान्यता है बाबा बालक नाथ किसी को आशीर्वाद देते थे तो उस व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती थी. फ़िलहाल, मंदिर में भक्तों का तांता लगातार लगा हुआ रहता है. मंदिर में सिर्फ हरियाणा से ही नहीं बल्कि दूर- दूर तक के लोग आते हैं.

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