लोकसभा चुनावों से पहले AAP- कांग्रेस में शुरू हुई रार, बीजेपी ने ली चुटकी

नई दिल्ली | आज दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व की अहम बैठक हुई. इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया मौजूद रहे. बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करेगी. इससे विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में हंगामा मच गया है. आम आदमी पार्टी ने कहा है कि अगर कांग्रेस ने अकेले लड़ने का फैसला किया है तो गठबंधन की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं है.

Congress Baithak

इस वजह से बुलाई बैठक

कांग्रेस की यह बैठक अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बुलाई गई थी. दिल्ली में 3 बड़ी पार्टियां हैं. इनमें आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी शामिल हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल I.N.D.I.A. गठबंधन बना. इस गठबंधन में कांग्रेस और आप भी शामिल हैं. दिल्ली की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का कांग्रेस का फैसला गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा. हालांकि, मामले के तूल पकड़ने के बाद पार्टी की ओर से सफाई दी गई कि बैठक में गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई.

ये नेता रहे मौजूद

लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस की इस बैठक में अलका लांबा भी मौजूद रहीं. बैठक के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि बैठक तीन घंटे तक चली. इसमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया मौजूद थे. कार्यकर्ताओं को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है. यह भी तय हुआ है कि पार्टी सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अभी 7 महीने बचे हैं. पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को सातों सीटों पर तैयारी करने को कहा गया है. यह और बात है कि बाद में पार्टी ने अलका लांबा के बयान से खुद को अलग कर लिया.

कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने भी लांबा जैसी ही बात कही. उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन को मजबूत कर एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. आम आदमी पार्टी की बैठक में इस पर चर्चा नहीं हुई. पार्टी का अपना तरीका है. कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल की नीतियों को बेनकाब करने की हर संभव कोशिश की है. चौधरी ने विश्वास जताया कि कांग्रेस 2024 में लोकसभा चुनाव जीतेगी. अरविंद केजरीवाल 2025 में दिल्ली के सीएम नहीं होंगे.

दरारें साफ दे रही दिखाई

दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के चुनाव लड़ने और कांग्रेस के साथ संभावित गठबंधन पर आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘हमारा केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला करेगा. हमारी राजनीतिक मामलों की समिति और I.N.D.I.A. गठबंधन के दल एक साथ बैठेंगे. वे इसपर चर्चा करेंगे.

आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने दो टूक कहा है कि अगर कांग्रेस दिल्ली में गठबंधन नहीं किया तो I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. यह समय की बर्बादी है. हमारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि क्या I.N.D.I.A. गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होंगे या नहीं.

बीजेपी ने कसा ये तंज

बीजेपी ने कहा है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के पैरों के नीचे से कालीन खींच लिया है. उन्होंने कहा कि ‘घमंडिया गठबंधन’ की ओर से यह पहला रुझान है. भविष्य में कांग्रेस को यूपी में सपा, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, बिहार में राजद- जदयू के साथ कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है.

कांग्रेस को या तो अकेले चुनाव लड़ना होगा या किसी गठबंधन में तीसरे दर्जे की पार्टी होने के नाते पूरे देश में चुनाव लड़ने के लिए 100 सीटें भी मिलना मुश्किल है. अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि ‘अहंकारी गठबंधन’ केवल गलत इरादे और दिखावे के लिए बनाया गया था ताकि काम में गतिरोध पैदा कर काम रोका जा सके.

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