आज धूमधाम से मनाया जा रहा बैसाखी का पर्व, सूर्य कर रहे मेष राशि में प्रवेश; इन चीजों का करें दान

ज्योतिष | वैशाख मास के पहले दिन को बैसाखी पर्व के रूप में मनाए जाने की परंपरा है. यह परंपरा सिखों के तृतीय गुरु श्री गुरु अमरदास जी के काल से ही शुरू हुई थी. वहीं, इसी दिन सूर्य भी मेष राशि में प्रवेश करते हैं. इसी वजह से वैसाखी को हिंदू और सिखों का साझा पर्व समझा जाता है. इसीलिए इसका धार्मिक महत्व काफी बढ़ जाता है. गुरु गोविंद सिंह जी ने 1699 में बैसाखी के दिन ही आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ को सजाया था. गुरु अमर दास जी के काल से ही हर साल तक बैसाखी के दिन बड़ी संख्या में एकत्रित होने और गुरु के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेने की परंपरा है.

Surya Dev

इस मौके पर उनके उल्लास का अन्य कारण भी होता है, महीनों के कठिन परिश्रम के बाद खेतों में रबी की फसल का पककर तैयार हो जाना. इस तरह बैशाखी आत्मिक लाभ और भौतिक उपलब्धि का संयुग्म बन गई थी. 1699 की बैसाखी के दिन पूरे भारत से आये लगभग अस्सी हजार सिख आनंदपुर साहिब में एकत्र हुए थे.

आज सूर्य कर रहे मेष राशि में प्रवेश

आज सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर गए जिस वजह से मांगलिक कार्यों पर लगी हुई रोक भी हट जाएगी. अब विवाह, सगाई, गृह प्रवेश और भूमि पूजन जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त निकल सकेंगे. बता दें कि जब भी सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे सक्रांति कहा जाता है. आज सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहे हैं, इसी वजह से आज मेंष सक्रांति है.

इस सक्रांति के मौके पर नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है. साथ ही, पितर देवताओं के लिए श्राद्ध कर्म भी इस दिन विशेष लाभ देते हैं. उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मेष सक्रांति पर आपको अपनी राशि के हिसाब से दान पुण्य करना चाहिए.

आज सभी जातक करें इन चीजों का दान

  • मेष राशि के लोग इस दिन दर्पण, मच्छरदानी, तिल का दान करें.
  • वृष राशि के जातक किसी भी काम की शुरुआत बड़ों का आशीर्वाद लेकर कर सकते है. इसके साथ, जूते-चप्पल और वस्त्रों के साथ अनाज का दान करें.
  • मिथुन राशि के जातक लोगों को गुड़, काले तिल का दान कर सकते है.
  • कर्क राशि के लोग साबूदाना, शहद और फलों का दान करें.
  • सिंह राशि वाले चने की दाल और घी का दान कर सकते हैं.
  • कन्या राशि के लोगों को संक्रांति पर चादर और वस्त्रों का दान करना चाहिए.
  • जिन लोगों की राशि तुला है वे गुड़, तिल का तेल और चावल का दान कर सकते है.
  • वृश्चिक राशि के जातक दूध, दही और तिल से बनी मिठाई का दान करें.
  • धनु राशि के लोग गाय को घास खिलाएं और हल्दी का दान करें.
  • मकर राशि वाले लोगों उड़द की दाल, सरसों तेल और राई का दान कर सकते है.
  • कुंभ राशि के जातक काले तिल और काले तेल का दान कर सकते हैं.
  • मीन राशि के जातको को गेहूं, गुड़ और चावल का दान करना चाहिए.

इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की विशेष परंपरा है जो लोग नदी में स्नान नहीं कर पाते वे घर पर ही पानी में थोड़ा गंगाजल मिलाकर स्नान करें. स्नान के बाद घर में ही सूर्य देव को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें. जल चढ़ाते समय ओम सूर्याय नमः मंत्र का जप करें. इसके बाद, सूर्य देव की पूजा करें. सक्रांति पर स्नान के बाद पितरों के लिए श्राद्ध तर्पण आदि शुभ काम भी करने चाहिए.

डिस्केलमर: इस लेख में कीदी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!